Friday, December 24, 2021

अब हल-ए -दिल सुनाने से क्या फायदा.....

अब हल-ए -दिल सुनाने से, क्या फायदा,

उसे संग-दिल बनाने से क्या फायदा। 


जो हम पे गुजारी, वो किस्मत की बात है,

उसे जिम्मेदार बनाने से क्या फायदा।  


जो खुद को खुदा, मान बैठे यहाँ पे ,

उन्हें आइना दिखने से क्या फायदा। 


अब ख़िज़ाँ से ही, राबता होने लगा है, 

तेरे लौट के आने से क्या फायदा।