समझना तुझको है
जैसे भी हों समझाने वाले,
गौर कर ले उनकी बातों पर
इससे पहले के रूठ जाएँ मानाने वाले,
जलाता रहा है चिराग रौशनी के लिए
आते-जाते रहे हैं जलाने वाले,
बचता रहा निगाहों से उनकी
जो लोग थे रास्ता दिखाने वाले,
जैसे भी हों समझाने वाले,
गौर कर ले उनकी बातों पर
इससे पहले के रूठ जाएँ मानाने वाले,
जलाता रहा है चिराग रौशनी के लिए
आते-जाते रहे हैं जलाने वाले,
बचता रहा निगाहों से उनकी
जो लोग थे रास्ता दिखाने वाले,
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